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आउँदा जाँदा मुस्कुराउथी / दिलिप योन्जन

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आउँदा जाँदा मुस्कुराउथी, हिजो आज छोड्यौ किन
चोखो माया तोडनुरैछ, झुटो माया जोड्यौ किन ।

फुलै फुलको बगैचामा, दुख्ने काँडा रोप्यौ किन
हासी खुसी बाचेकैथे, ब्यथा पिडा छोड्यौ किन।

जन्म जन्म जिउने मर्ने, बिर्सी दिई कसम किन
धोका दिई हास्नु रैछ, देबी देउता भाक्यौ किन।

गन्तब्य हाम्रो एउटै थियो, बाटो बिच्मै मोड्यौ किन
दुई आत्माको मिलन हाम्रो, थाहै नपाई तोड्यौ किन।

तारा जुन साची राखी, दिन्मै टाडा भयौ किन
जिउने आसमा मार्नु रैछ, छिन्मै छुरा घोप्यौ किन।