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अंगिका के प्रतिनिधि प्रकृति कविता / गंगा प्रसाद राव
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अंगिका के प्रतिनिधि प्रकृति कविता
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रचनाकार | |
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प्रकाशक | समय साहित्य सम्मेलन, पुनसिया, भागलपुर, बिहार |
वर्ष | 1988 |
भाषा | अंगिका |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | 50 |
ISBN | |
विविध | गंगा प्रसाद राव द्वारा संपादन |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- नाचै मोर / भवप्रीतानन्द
- पावस गीत / भुवनेश्वर सिंह भुवन
- भादॅ के रात / लाल
- साहित्यिक सांढ़ / चौतावर
- वर्षा के वैभव / तेज नारायण कुशवाहा
- वर्षा के रात / सुमन सूरो
- गोट गोट तारा / भ्रमर
- धरती के सिंगार / मधुकर
- भोर / चकोर
- बसन्त / श्री स्नेही
- मन भागै पुरबी बहियार / अनल
- गांव में / मीरा झा
- गरमी के दुपहरिया धूप / अनिरूद्ध प्रभास
- बौंसी में बसन्त / अमरेन्द्र
- बांस बॅन / विकास पाण्डेय
- तोहरॅ बिना / खुशी लाल मंजर
- गीत / परमानन्द पांडेय
- पतझड़ / श्री उमेश
- चांद / विजय
- धान रॅ केलौनी / कमल
- भोरकॅ समय / योगेन्द्र चौधरी
- गीत / व्यथित
- पुरबैया / मालेश्वरानन्द आर्य
- चांदनी / प्राण मोहन प्राण
- मधुमास / विमल वर्मा
- चिन्ता में / राकेश
- झकसी / अनिल शंकर झा
- पतझड़ / सूर्य नारायण
- दुलहन धरती / अचल भारती
- गीत / अश्विनी
- ई मेघ की छेकै / अनिरूद्ध प्रसाद विमल
- गीत / गंगा प्रसाद राव
- इच्छा / डॉ. देशभक्त