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निवा के तट पर-3 / सुधीर सक्सेना
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गौर से देखो तो--
आज भी
किस कदर बेचैन है
निवा के तट पर
घोड़े पर सवार प्योत्र
लगता है
कि बस, अब ऎड़ लगाई
अभ्यस्त प्योतर ने
अब दौड़ प[अड़ा घोड़ा प्योतर के
इशारे पर।
लगता है कि देखते ही देखते
पल भर में
घोड़े की टापों से
गूँज उठेगा निवा का
दायाँ और बायाँ तट।
(रचनाकाल : 5 नवम्बर 1987)
प्योतर= रूस का प्रथम ज़ार, जिसकी मूर्ति निवा नदी के तट पर सांक्त पितेरबुर्ग नगर के बीचों-बीच लगी है।
निवा नदी रूस के सेंट पीटर्सबर्ग या लेनिनग्राद नगर के बीच में से बहती है।