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हिंस्र बाज की आँखों में झाँको / सुधीर सक्सेना
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झाँको
हिंस्र बाज की आँखों में झाँको
इतिहास घायल है वहाँ
कपोत की तरह।
नरमुण्डों के स्तूप हैं वहाँ,
आँखों की पुतली के एक कोने में
टंगा है माईलाई का फ़ोटो
और दूसरे कोने में हिबाकुशा का क्लोज़अप
रिस रहा है बाज की आँखों की कोरों में
तेल के कुओं का धुआँ
थोड़ा और गौर से
झाँको बाज की आँखों में
उसकी आँखों में
किरकिरी-सी चुभ रही है
लम्बी दीवार की ईंटें,
उसकी आँखॊं में
मिरची-सा लगता है
हवाना के सिगार का धुआँ।