भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

इज़्ज़तपुरम्-4 / डी. एम. मिश्र

Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:26, 28 अगस्त 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=डी. एम. मिश्र |संग्रह=इज़्ज़तपुरम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बीमार पति
और नन्हें बच्चे
कमलिया का बुरा हाल
ठाकुर के कोल्हू में
पिस गया
बायाँ हाथ

मुआवजा
तो दूर
मजदूरी भी
छिन गयी

जीवन भर
ठाकुर के
खेत में
खपा करमू
टूटा तो
कोई नहीं
दवा का
न दया का

अब आये दिन
तवा
रह जाता ठंडा