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जागो किसान / राधेश्याम चौधरी

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जागोॅ हो किसान
करी केॅ नेत्रदान
ज्योतित करने छोॅ
दोसरा केॅ
आरो आपनोॅ
अध पेटोॅ, अधनंगोॅ
बच्चा बुतरू सीनी केॅ
केना केॅ जाड़ोॅ दिनोॅ मेॅ
बिल बिलाय लेॅ छोड़ी देनें छोॅ
लरूआ आरो भांगलोॅ गेंदरा पर
कुलबुलाय रहलोॅ छौं
छौंरा के ढेरी पर
कुत्ता रोॅ बच्चा नांखी।
देखोॅ!
तोरोॅ बुतरूआ सीनी
बुड़ी गेल्हौं
कोय नै पढ़लखौं-लिखलाखौं
सबठोॅ सुखी-सुखी केॅ
छुहाड़ा-किशमिश बनी गेलोॅ छौं।
मोॅन पूरा होय गेलोॅ
आपनोॅ देशोॅ के नेतवा के
हुवेॅ सावधान।
देश आपनोॅ कृषि प्रधान
छै हिन्दुस्तान महान।