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उम्र का वो पड़ाव बाकी है / भावना

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उम्र का वो पड़ाव बाकी है
मुश्किलों का घुमाव बाकी है

बेदखल कुर्सियों से है लेकिन
लोभ, लालच, लगाव बाकी है

शेर में बात बात-सी निकली
दर्द का कुछ रिसाव बाकी है

शब्द ढलते रहें उजालों में
टीस बाकी है, घाव बाकी है

उसको भुलूं तो मैं भला कैसे
याद का वह खिंचाव बाकी है

बुझ न पायेगा हौसला मेरा
मेरे भीतर अलाव बाकी है