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कु छन वु / धर्मेन्द्र नेगी
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जु बांठि हमारि हत्याणा छन, कु छन वु
जु सांकि हमारि दबाणा छन , कु छन वु
बलड़ि काटी ली जाणा छन मथि- मथीs
जु जलड़ि घाम लगाणा छन, कु छन वु
माछी त लीजाणा छन सब्बि उकरि-अकरी
जु डौंखा हमुतैं थमाणा छन, कु छन वु
चुनौs मा जाति का नौ पर बाँटिकी
जु वोट हमारि लिजाणा छन , कु छन वु
रंगिला स्वीणा दिखैकी विकास का
जु गुन्ठा हमुतैं चुसाणा छन, कु छन वु
दुन्या दिखौ त भुकि पीणा छन चौंठि की
जु मुण्ड मलासी जुत्याणा छन, कु छन वु
अफुतैं भारी सपन समझिकि रै 'खुदेड़'
जु लाटु समझी लट्याणा छन, कु छन वु।