बळ मी मतदाता छौं / अनूप सिंह रावत
बळ मी मतदाता छौं..
जणदू छौं मी भी खूब.
चुनौ कु बगत च अचगाळ,
इलै देवतों जनु पुजेणु छौं...
मान मनोबल हुणु च,
बातों मा खूब अल्झेणु च.
ब्याली तक पिचगाणु छायी,
आज ऊ गौल़ा भेंटेणु च...
पर मी बातों मा नि आणु छौं..
हाथ, फूल, कुर्सी, सैकल, हाथी,
छोटा दल, निर्दल सभ्या साथी.
नेता अगने-२, पिछने-२ चमचा,
मुंड टोपल़ा, गात पर खादी...
सभ्युं थै गौर से देखणु छौं..
पोटलों मां बांधी रख्यां वादा,
अर बुशल्या भाषण देणा छी.
पांच साल जू पूरा नि काया,
ऐंसू ऊनि लेकि फिर अयां छी...
टक्क लगै की मी सुणनों छौं..
भै-बैण्यों कु रिश्ता जोड़ना,
काका-काकी, बोड़ी-ब्वाडा ब्वना.
हाथ ज्वड़े खूब हूणी च,
मीठी-मीठी छ्वीं-बता कना...
बळ मी तुम्हरू ही अपडू छौं..
ब्याली तक यूं जै गौं कु,
अता न पता छायी..
बाटू बिरडीगे छाया ज़ख कु,
अचाणचक ऊ याद आयी...
ब्वना हम भी ये गौं क छौं..
आवा दिदों-भुल्यों आवा,
मतदान जरुर कन्नु जौंला.
विकास कारला जू पहाड़ कु,
इनु नेता थैं ऐंसू जितोंला..
सोच समझी वोट देणु जाणु छौं..।