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बेट्यूं तैं मैत बुलौंद पूस / बीना बेंजवाल

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बेट्यूं तैं मैत बुलौंद पूस
जलड़्यूं से अपणि मिलौंद पूस।
ह्यूं-सीं गळि जंदि बारामासी पीड़
चुल्ला काख जब बेट्यूं बैठौंद पूस।
घास-लाखड़ो बोझ मुंड मंगे बिसै
तिड़ीं हत्थि-खुट्टि मौळोंद पूस।
दगड़्यों मिलै हैंसि-ठट्टा लगै
उरख्यळा-पंदेरे खुद मिटौंद पूस
खैंडद बाड़ी भूजद भट्ट बौंरा
कखि अरसा तेका लगौंद पूस।
मकरैणों कौथिग दिखै करद बिदा
मान धियाण्यूं कु बढ़ौंद पूस।
सहरोंन बिसरैलि ज्यों गौंकि सुध
तौंकि खुद जिकुड़ि मा लगौंद पूस।
हम बि बौड़ां अपणि जलड़्यों जनैं
धार-खाळों बिटि धाद लगौंद पूस।