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जा कहियो तुम भाई भरत से / अंगिका लोकगीत
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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जा कहियो, जा कहियो तुम भाई भरत से जा कहियो
अरे हाँ हाँ भरत से जा कहियो
अरे हाँ हाँ भरत से जा कहियो
जा कहियो, जा कहियो तुम भाई भरत से जा कहियो
पहली बात यही तुम कहना राम गए बनवास
भरत से जा कहियो
जा कहियो, जा कहियो तुम भाई भरत से जा कहियो
दूजी बात यही तुम कहना पिता गए सुरधाम
भरत से जा कहियो
जा कहियो, जा कहियो तुम भाई भरत से जा कहियो
तीजी बात यही तुम कहना सिया हरन हो जाय
भरत से जा कहियो
जा कहियो, जा कहियो तुम भाई भरत से जा कहियो
चौथी बात यही तुम कहना लछमन लगयो बान
भरत से जा कहियो
जा कहियो, जा कहियो तुम भाई भरत से जा कहियो
अंतिम बात यही तुम कहना लंका लग गए आग
भरत से जा कहियो
जा कहियो, जा कहियो तुम भाई भरत से जा कहियो