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चुप्पी ने / प्रेमशंकर शुक्ल

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उस दिन

आवाज़ ने नहीं

चुप्पी ने साथ दिया मेरा


बिगाड़ा चुप्पी ने ही

उस दिन

मेरे ईमान को।