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नाव पुजावन / बिहुला कथा / अंगिका लोकगाथा

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होरे करले बोलाहटरे चाँदों सोनिका चलि बरु भेली हे।
होरे स्वामीफो बोलाहट सोनिका डलिया साजेले है॥
होरे अड़हुलफूल हे सोनिका डलिया साजेले हे।
होरे अरवा चाउर हे सोनिया डलिया धरले हे॥
होरे सखी दस लये हे सोनिका गीतवा गाये हे।
होरे पूजे ते लगली हे सोनिका छवो डिंग नाव हे॥
होरे नाव जे पुजिये सोनिका भेगेलै तैयार हे।
होरे देल दरशन हे माता मैना बिषहरी हे॥
होरे अबहु पुजहु रे बनियाँ माता बिषहरी हे।
होरे रक्षा जे करवों रे बनियाँ लंका के बनिजरे॥
होरे रक्षा जे करतौं रे बनियाँ ईश्वर महादेव रे।
होरे इतना सुनिये रे बनियाँ देलै बहिआए रे॥
होरे कांठो ते लागल हे माता पांचो ते बहिनियाँ हे।
होरे बड़ा रे गरीब रे छह चांदो सौदागर रे॥
होरे चली बरु भेली हे माता इन्द्रासन राज हे।
हीरे दुख देवे जाये हो माता चांदो सौदागर हे॥