भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
शब्दावली / संजीब कुमार बैश्य / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:49, 7 जून 2018 का अवतरण
उस दौर में
रह रहे हैं हम
जो शब्दावली की
क़ैद में है
या
उससे आज़ाद।
शब्दावली ही
हमारी पहचान है।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए, अब अँग्रेज़ी में मूल कविता पढ़िए
Vocabulary
We live in an age
Imprisoned
Or liberated
By vocabulary.
Vocabulary defines us.
–Sanjib Kumar Baishya