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अबखी वेळा आय / मानसिंह राठौड़
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देवी मरुधर देश में,चामुंडा सुरराय।
राठवड़ कुळ राखजौ,अबखी वेळा आय ।।
धरमी कमधज धुहड़जी,थान दिन्यो थपाय ।
अवनी अंबा आवजौ,अबखी वेळा आय ।।
कर जोड़यां निमण करूँ,सगती करो सहाय ।
बखत पड्यां बचावजौ,,अबखी वेळा आय ।।
नांव फसी मझधार में,बीच झकोळा खाय ।
पार लगा परमेसरी,अबखी वेळा आय ।।
मुरधर देश'म मानवी,गुण मैया रा गाय ।
दुख दाळद दटावज्यो,अबखी वेळा आय ।।
आखी दुनिया आपरौ,गुण गावै घण चाव ।
हैले हाजर होवजो,अबखी वेळा आव ।।
अंतस करसूं आरती,रैं! नागाणा राय
शरणे सोरा राखजे,अबखी वेळा आय ।।
सिवरुं अंतस ऊजळे,भगत तणो है भाव ।
"मान" ऊपर म्हेर करै,अबखी वेळा आव ।।