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होलिया में सैंया हेराय / मनोज कुमार ‘राही’

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होलिया में सैंया हेराय गेलै दैया गे
घरवां में खोजलों चौबरवा में खोजलों
न जाने केकरा संग बौराय गेलै दैया गे
होलिया में सैयां हेराय

ननदी से पुछलों देवरवा से पूछलाँ
नदिया में खोजलाँ पोखरिया में खोजलाँ
न जाने के हुनका बहकाय देलकै दैया गे
होलिया में सैयां हेराय

हमरोॅ जे सैयां छै बड़ी निरमोहिया
अंगअंग टूटे मोरा दरद सोंसे देहिया
न जाने केकरा संग होरियाय गेलै दैया गे
होलिया में सैयां हेराय