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बादळ / लक्ष्मीनारायण रंगा

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अकास रै
जंगळ मांय
सावण री सेवण
चर रिया है
नान्हां नान्हां
धोळा-धोळा
सुसिया कै
पून रै खड़के सूं
अचाणचक
कठीनै भाजग्या
कठैई निजर नहीं आवै
दूर दू..र दू...र
तक