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एकांत-संगीत / हरिवंशराय बच्चन
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- अब मत मेरा निर्माण करो / हरिवंशराय बच्चन
- कोई गाता, मैं सो जाता / हरिवंशराय बच्चन
- कोई नहीं, कोई नहीं / हरिवंशराय बच्चन
- मैं जीवन में कुछ कर न सका / हरिवंशराय बच्चन
- किसके लिए? किसके लिए? / हरिवंशराय बच्चन
- किस ओर मैं? किस ओर मैं? / हरिवंशराय बच्चन
- सोचा, हुआ परिणाम क्या / हरिवंशराय बच्चन
- पूछता, पाता न उत्तर / हरिवंशराय बच्चन
- तब रोक न पाया मैं आँसू / हरिवंशराय बच्चन
- मिट्टी दीन कितनी, हाय / हरिवंशराय बच्चन
- क्षतशीश मगर नतशीश नहीं / हरिवंशराय बच्चन
- त्राहि, त्राहि कर उठाता जीवन / हरिवंशराय बच्चन
- तुम्हारा लौह चक्र आया / हरिवंशराय बच्चन
- अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ! / हरिवंशराय बच्चन
- जीवन शाप या वरदान / हरिवंशराय बच्चन
- जीवन में शेष विषाद रहा / हरिवंशराय बच्चन
- अग्नि देश से आता हूँ मैं / हरिवंशराय बच्चन
- विष का स्वाद बताना होगा / हरिवंशराय बच्चन
- प्राथर्ना मत कर, मत कर, मत कर / हरिवंशराय बच्चन
- कितना अकेला आज मैं / हरिवंशराय बच्चन