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कशमकश / उज्ज्वल भट्टाचार्य
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देख न पाना
सुन न पाना
देखते हुए
सुनते हुए
समझ न पाना
जितना समझा
उसे समझा न पाना
गुस्सा न आना
बेवजह गुस्से से
रास्ते से भटक जाना
मायूस हो जाना
फिर उससे उबरकर
एक क़दम
हाँ, एक क़दम ही सही
आगे बढ़ाना।