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सरस्वती वंदना / उमेश बहादुरपुरी
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लाज हम्मर बचाले मइया हमरा वर दे।
तुँही वीणापाणी मइया, तूँही शारदे।। लाज...
हमर मन के तार के दे आज झनकार।
सुन ले मइया आज अपन बेटा के पुकार।
सभे मनोकामना के माता पुराऽ दे।। तुँही...
चाहिये न चाँदी-सोना ना तो हीरा-मोती।
आज हमरा दे दे मइया अपन दर के ज्योति।
जिंदगी ई भक्त के मइया तूँ सँवार दे।। तुँही...
तोर शक्ति बनादे मइया बड़का फनकार।
शरण पड़ल भक्त के तूँ मइया तार दे।। तुँही....