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तूँ आ जा मइया / उमेश बहादुरपुरी

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नगरिया के लोगवा मारऽ हे ठहकवा तूँ आ जा मइया।
ओढ़के ललकी चुनरिया तूँ आ जा मइया।
आ जा मइया हे, तूँ आ जा मइया हे, तूँ आ जा मइया।। ओढ़के ...
जाग-जाग सारी रात लाल भेलै अँखिया।
रतिया के बतिया पूछऽ हे संघतिया।
डालके ललकी ओहरिया तूँ आ जा मइया।। ओढ़के ....
ऊड़हुल के फूलवा हम तोड़लूँ ए माई।
सारी रे नगरिया बजइलूँ शहनाई।
चढ़के ललकी पलकिया तूँ आ जा मइया।। ओढ़के...
पूअवा बनयलूँ, बनयलूँ पकमनमा।
बीत गेलै भदवा बीतलै सवनमा।
सुनके हमरो भजनियाँ तूँ आ जा मइया।। ओढ़के...