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चलऽ देवघर नगरिया / उमेश बहादुरपुरी

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दिल्ली नीक लागे न´् नीक लागे।
नीक लागऽ हे न´् कोलकत्ता शहरिया।
चलऽ चलऽ हो पिया तनी चलऽ।
चलऽ चलऽ तूँ देवघर नगरिया।
भोजपुर नीक लागे न´् जयपुर नीक लागे।
नीक लागऽ हे न´् मीना बजरिया।
चलऽ चलऽ हो पिया तनी चलऽ।
चलऽ चलऽ तू बाबा के शहरिया।।
लहँगा नीक लागे न´् महँगा नीक लागे।
नीक लागऽ हे न´् कउनो चदरिया।
चलऽ चलऽ हो पिया तनी चलऽ
चलऽ चलऽ तूँ बाबा के डगरिया।।
झुमका नीक लागे न´् ठुमका नीक लागे।
नीक लागऽ हे न´् कउनो जेवरिया।
चलऽ चलऽ हो पिया तनी चलऽ।
चलऽ चलऽ तूँ बाँध के पगड़िया।।
चंपा नीक लागे न´् चमेली नीक लागे।
नीक लागऽ हे न´् कउनो फुलवरिया।
चलऽ चलऽ हो पिया तनी चलऽ।
चलऽ चलऽ तूँ बनके काँवरिया।।