भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बरीस सदअवस्कोय
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:16, 10 मार्च 2019 का अवतरण
बरीस सदअवस्कोय
जन्म | 22 फ़रवरी 1881 |
---|---|
निधन | 03 अप्रैल 1952 |
उपनाम | Бори́с Алекса́ндрович Садовско́й |
जन्म स्थान | अरदातफ़, नीझनी नोवगरद प्रदेश, रूस |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
देर भोर में (1909), पचास हंस (1911), तिरछी किरणें (1914), पाले से बने बेल-बूटे (1922) तथा मौत के निवासी और छह अन्य संग्रह (1918) | |
विविध | |
रूसी प्रतीकवादी कवियों में से एक। रूसी कवि फ़ेत पर फ़िदा थे। उन्हीं की काव्य-पंक्तियों को अपने संग्रहों का शीर्षक बनाया। बाद में गद्य और कहानियाँ लिखने लगे। 1916 में लकवा मारने के बाद विकलांग हो गए और पूरी तरह से बिस्तर से चिपक गए। | |
जीवन परिचय | |
बरीस सदअवस्कोय / परिचय |