परदादा
वेदव्यास मालपुए कर्मकांड दुनियादार
दादा
तुलसीदास दूध-भात खेती-पाती समझदार
पिता
कार्ल मार्क्स चना-चबेना यूनियनबाजी कलाकार
मैं
बेक़िताब भुखमरी बेरोज़गारी कर्ज़दार
(मशहूर अमेरिकी कवयित्री हाना कान के असर में। २४ दिसम्बर, २००६ को रचित)
परदादा
वेदव्यास मालपुए कर्मकांड दुनियादार
दादा
तुलसीदास दूध-भात खेती-पाती समझदार
पिता
कार्ल मार्क्स चना-चबेना यूनियनबाजी कलाकार
मैं
बेक़िताब भुखमरी बेरोज़गारी कर्ज़दार
(मशहूर अमेरिकी कवयित्री हाना कान के असर में। २४ दिसम्बर, २००६ को रचित)