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अप्सरा – दो / राकेश रेणु
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जहाँ चाहो उपलब्ध करा देंगे
घर, उपवन, वन में
अनादि काल से गोपनीय और दैवलोक के लिए आरक्षित रसायन
प्रजा हर्षित हो
परम्परा से गुप्त रसायन
वे उतार लाए हैं धरा पर
पृथ्वी पर बढ़ने लगी है संख्या उनकी
ऋषि, राजा, अप्सरा के साथ-साथ ।