भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बणिगे डाम / धनेश कोठारी
Kavita Kosh से
Abhishek Amber (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:12, 2 मई 2019 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=धनेश कोठारी |अनुवादक= |संग्रह=ज्य...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
1
बणिगे डाम
लगिगे घाम
प्वड़िगे डाम
मिलिगेन दाम
2
सिद्ध विद़द
खिद्वा गिद्ध
उतरिगेन लांकि मान
3
सैंन्वार खत्म
सीढ़ी शुरू
उकाळ उंदार
घुम कटै
4
जुल्म संघर्ष
हर्ष विमर्श
समैगे अब समौ
5
स्वाद स्याणि
तिलक छींटू
पाणि पाणि
हे राम
6
ब्याळी आज
आज भोळ
डुब डुब
मिलिगे दाम