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कुरसी जो यहाँ तैयार हुई / नरेन्द्र जैन
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कुरसी
जब बनकर तैयार हुई
वह आया
याचक की मुद्रा में
और बैठ गया
तानाशाह बनकर
कुरसी
जब मशहूर हुई
बैठे-बैठे वहाँ
उसने कुछ हत्याएँ कीं
कुरसी
जब उसका चेहरा बन गई
उसने देखते ही
गोली मार देने का
हुकुम दिया
कुरसी से उतरना कटघरे में उतरना था
उसने बड़ी कुरसी से मन्त्रणा की
बड़ी कुरसी ने हिदायतें दीं
वह नीचे उतरा चेहरे पर एक उदारता लिए
लौटकर उसने प्रार्थना की
और बैठ गया फिर
एक तानाशाह बनकर ।