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ख़ामोशी / लैंग्स्टन ह्यूज़ / उज्ज्वल भट्टाचार्य
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मुझे मिल जाती है
तुम्हारी ख़ामोशी की भनक
तुम्हारे बोलने से पहले ।
मुझे ज़रूरत नहीं
तुम्हारे किसी लफ़्ज़ की ।
तुम्हारी ख़ामोशी में
हर आवाज़ जो मैं ढूँढ़ता हूँ
मुझे सुनाई देती है ।
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य