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मेरा बेटा ख़ूबसूरत है / मराम अल मासरी
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मेरा बेटा ख़ूबसूरत है
हीरो है मेरा बेटा
और तानाशाह जलता है नायकों से
हीरो है मेरा बेटा, मेरा प्यार है
मेरी आँखों का तारा
मेरी आत्मा
वह भटकती है यहाँ वहाँ
दिखाती है उसे उन लोगों को
झुकी हैं जिनकी आँखें उदास
उसकी बाहों में है
मुस्कुराता हुआ उसका बेटा
तस्वीर के चौखटे के बीच
{{KKRachna
|रचनाकार=मराम अल मासरी
|अनुवादक=अशोक कुमार पाण्डे
|संग्रह=
}}
तुमने देखा है उसे?
वह गोद में अपने बच्चे को लिए जा रहा था
तेज़ी से तय करता हुआ अपना रास्ता
माथा ऊँचा
पीठ सीधी
इस तरह अपने बाप की गोद में
कितना ख़ुश और मगरूर हो सकता था वह बच्चा
बस, अगर वह ज़िन्दा होता
अँग्रेज़ी से अनुवाद : अशोक कुमार पाण्डे