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विकसित देश / कुँअर रवीन्द्र
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एक दिन जब तुम सुबह
सो कर उठोगे
तो देखना
तुम्हारे पैरों तले न ज़मीन होगी
न सर पर आसमान
पानी पीने के लिए नदियाँ भी नहीं होंगी
जब तुम सो कर उठोगे
तो देखोगे कि तुम्हारा गाँव
स्मार्ट सिटी बन चुका है
बुलेट ट्रेन
तुम्हारे गाँव के बीच से गुज़र रही है
जब तुम सो कर उठोगे
तो खुद को स्मार्ट सिटी के
किसी फुटपाथ पर
भीख मांगते हुए पाओगे
तब समझ लेना
देश का विकास हो चुका है
और तुम एक विकसित देश के
सभ्य व सम्माननीय नागरिक हो..