ख़ुशी का गीत / मिरास्लाव होलुब / विनोद दास

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दरअसल तुम तभी मुहब्बत करते हो
जब तुम मुहब्बत बेमतलब करते हो

जब रेडियो के दस परीक्षण नाकामयाब हो जाएँ
तो एक दफ़ा कोशिश और करो
सौ खरगोश मर चुके हों
तो दो सौ खरगोशों पर तजुर्बा करो
विज्ञान बस यही है

तुम इसका राज़ जानना चाहते हो
इसका सिर्फ़ एक ही नाम है,
बार-बार करो

आख़िर में
एक कुत्ता अपने जबड़ों में पकड़कर ले जाता है
पानी में दिखता अपना अक्स
लोग अमावस के चाँद पर भी लट्टू होते हैं
मुझे तुमसे प्यार है

हमारे उठे हुए हाथ
ग्रेनाइट सरीखे समय के बोझ को रोक रखे हैं
परी खम्भों की तरह

और हम हारे लोग
हमेशा होते हैं कामयाब

अँग्रेज़ी से अनुवाद : विनोद दास

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