थोड़ा-सा ईश्वर चाहिए
बस, इतना कि कमर में तेज दर्द हो
तो उसे पुकार सकूँ
बीमार बेटी का इलाज हो रहा हो बेअसर
तो उससे पूछ सकूँ
किसी बेबस बेसहारे के लिए
कुछ न कर पाऊँ
तो उसके हवाले कर सकूँ
जब सूझ न रही हो बेहतरी की कोई राह
तो उसकी मुँहतकी कर सकूँ
थोड़ा सा चाहिए लेकिन
इतना ज्यादा ईश्वर तो बिल्कुल नहीं चाहिए
कि 'जय श्रीराम ! जय श्रीराम !!' कहते हुए
किसी की हत्या कर दूँ !