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नवगीत / प्रताप नारायण सिंह
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- रम्य प्रभात / प्रताप नारायण सिंह
- एक दिन मैं और तुम / प्रताप नारायण सिंह
- ये अँधेरे भी रहेंगे / प्रताप नारायण सिंह
- चुप्पी तोड़ो / प्रताप नारायण सिंह
- मुझको माफ़ करना / प्रताप नारायण सिंह
- हुई आज तो होली है / प्रताप नारायण सिंह
- खुद को निहारें / प्रताप नारायण सिंह
- आजकल / प्रताप नारायण सिंह
- अब भी घुटनों के बल चलता / प्रताप नारायण सिंह
- सोचता जब तक / प्रताप नारायण सिंह