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अगर तिरंगा प्यारा है तो / रेनू द्विवेदी

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अगर तिरंगा प्यारा है तो,
हिंदी से भी प्यार करो!
इसके अक्षर-अक्षर में नित,
शस्त्र सरीखी धार करो!

युवा वर्ग के कंधे पर अब,
है यह जिम्मेदारी!
हिंदी की खुशबू से महके,
भारत की फुलवारी!

संस्कृति अगर बचानी है तो,
हिंदी को स्वीकार करो!
इसके---

भारत का गौरव कह लो,
या स्वाभिमान की भाषा!
एक सूत्र में बाँधे सबको,
स्नेहिल है परिभाषा!

है भविष्य हिन्दी में उज्ज्वल,
इस पर तुम ऐतबार करो!
इसके---

माँ समान हिन्दी हम सब पर,
प्रेम सदा बरसाती!
सहज सरल यह भाषा हमको,
नैतिक मूल्य बताती!

बापू ने जो देखा सपना,
उसको तुम साकार करो!
इसके---

अंग्रेजी की फैल गयी है,
घातक-सी बीमारी!
इससे पीड़ित भारत सारा,
कैसी यह लाचारी!

हिंदी की रक्षा खातिर इक,
युक्ति नयी तैयार करो!
इसके---