श्रीकृष्ण / रोहित आर्य
ऐ मेरे कृष्ण के वंशजो सब सुनो,
ज़ुल्म योगीराज पै न ढाया करो।
मानते जिसको भगवान हो तुम सभी,
मेरे श्रीकृष्ण को न नचाया करो॥1॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
बाप-दादा के जैसे मेरे श्याम थे,
कितने सुन्दर किये उम्र भर काम थे।
स्वांग करवा के ख़ुद अपने उस पुरखे का,
खिल्ली हरगिज़ नहीं तुम उड़ाया करो॥2॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
कितना उज्ज्वल चलन था जी घनश्याम का,
उम्र भर न किया कुछ ग़लत काम था।
देवताओं के जैसा मेरा कृष्ण था,
बोल छलिया न उसको लजाया करो॥3॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
कृष्ण ने सुन लो माखन चुराया नहीं,
छीन कर गोपियों से भी खाया नहीं।
लाखों गायों के स्वामी मेरे कृष्ण थे,
चोर उनको न हरगिज बताया करो॥4॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
नारी की अस्मिता पर हुआ क्रुद्ध था,
महाभारत के जैसा किया युद्ध था।
गोपियों के न कपड़े उठाये कभी,
न लफंगा उसे तुम बनाया करो॥5॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
एक सम्राट से चूड़ी बिकवाते हो,
धूल में उसकी इज्ज़त को मिलवाते हो।
ऐसा कहते हुए शर्म आती नहीं,
बुद्धि अपनी ज़रा तुम लगाया करो॥6॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
रास लीला नहीं गोपियों सँग करी,
कोई महिला नहीं कृष्ण ने तँग करी।
रास करवा के तुम मेरे श्री कृष्ण से,
उनको लम्पट न हरगिज़ दिखाया करो॥7॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
न हजारों थीं उनकी सहधर्मिणी,
एक पत्नी थी उनकी सिर्फ़ रुक्मिणी।
एक ही पुत्र प्रद्युम्न पैदा किया,
आप न उन पै उँगली उठाया करो॥8॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
राजनीति के पण्डित मेरे श्याम थे,
नीतियों में निपुण मेरे घनश्याम थे।
योगियों के थे राजा श्री कृष्ण जी,
उनका अपमान तुम न कराया करो॥9॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
गीता जैसा अनोखा दिया ज्ञान था,
पार्थ का कर दिया दूर अज्ञान था।
कर्म करना सिखाया श्री कृष्ण ने,
उनके सम्मान को न गिराया करो॥10॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
धर्म रक्षा के हित कंस को मारा था,
अपना भाई शिशुपाल संहारा था।
धर्म के ही लिये महाभारत किया,
ध्यान से उसको पढ़ व पढ़ाया करो॥11॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
यज्ञ सारी उमर कृष्ण करते रहे,
भाव भक्ति के ही सिर्फ़ भरते रहे।
पाप का फल मिलेगा उन्होंने कहा,
इसलिए पाप तुम न कमाया करो॥12॥
ऐ मेरे कृष्ण के...
हमको बतलाया था ऋषि दयानन्द ने,
आप्त पुरुषों के जैसे श्री कृष्ण थे।
इसलिये उनकी जय बोलने के लिए,
हाथ "रोहित" के सँग में उठाया करो॥13॥
ऐ मेरे कृष्ण के...