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बेटियाँ / अंशु हर्ष
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इश्वर का अप्रतिम उपहार है बेटियाँ
माँ के सुख दुःख की राजदार है बेटियाँ
पिता कि तरक्की का आगाज है बेटियाँ
भाई के आँगन की चहचहात है बेटियाँ
सीने में धडकते दिल का अरमान है बेटियाँ
पूनम कीरात बिखरती चांदनी है बेटियाँ
बगिया में खिले फूलो की महक है बेटियाँ
सागर में उठती चंचल तरंगे है बेटियाँ
सुना है वह घर का आँगन जिसके
पेड़ की डाली पर
चिड़िया-सी फुदकती ना हो बेटियाँ...