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सब तेरा / अंशु हर्ष

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ये सूफ़ियाना अंदाज़
मुझे इतना मेरा लगता है...
कि उसे देख कर ऐसा लगता है
इस अंदाज को आत्मसात कर लूं मुझमें कहीं
ये अंदाज यही सिखाता है ना
ना पाने की खुशी ना खोने का गम
बहता चल ज़िन्दगी की रौ में
सब तेरा का भाव लिए...