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स्टाईल जानमार बा / सुभाष चंद "रसिया"

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कनखी चलाके हमरा के, जनी मार ये गोरी।
स्टाईल जान मार बा, तोहार ये गोरी॥
 
लाल दुपटटा काला चश्मा, दिलके ई तड़पावेला।
हमरा के दीवाना बनावे, नीद ना तनिको आवेला।
प्यार के रोग ई कइसे लागल, हमरा के गोरी॥
स्टाइल जानमार बा, तोहार ये गोरी॥

हाथ मोबाइल साथ में फाइल, पढे लू कालेज में।
स्टाईल में बात करेलु हँसी-हँसी, गोरी तेज में।
जुल्फ तोहार ई नागिन जइसे, लोटे ये गोरी॥
स्टाईल जानमार बा तोहार ये गोरी॥