रामायण की कथा अनोखी
शिक्षा हमें सिखाती है॥
सिखलाती है मात पिता की
आज्ञा हरदम मानना।
बतलाती है सौतेली माँ को
माता-सम जानना।
भाई भाई मील रहें तो
हर विपदा कट जाती है॥
सिखलाती है हमे दुखों में
धीरज रखना औ हँसना।
ऊँच नीच का भेद न करना
और न लालच में फँसना।
दुख में साथ निभाने वाला
ही तो सच्चा साथी है॥
देना श्रद्धा मान, न करना
नारी का अपमान कभी।
सदा घमंडी का सिर नीचा
मत करना अभिमान कभी।
छल फ़रेब की इस दुनियाँ में
सच्चाई जय पाती है।
रामायण की कथा अनोखी
शिक्षा हमें सिखाती है॥