भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बेटा / ओम व्यास

Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:33, 10 अप्रैल 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ओम व्यास |अनुवादक= |संग्रह=सुनो नह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

यूं तो बहुत सताता बेटा,
याद बहुत पर आता बेटा,
अर्थ का बदल देता जब,
तुतलाकर वह गाता बेटा।
गलती खुद की खुद रोता भी,
भैया नाम बताता बेटा।
पापा के हाथों में टॉफी,
लाड़ बहुत जतलाता बेटा,
आधा ऊपर आधा मुंह में,
खाने को जब खाता बेटा,
पैया-पैया पापा देखी,
कितनी खुशियाँ पाता बेटा,
सर्दी खांसी या बुखार में,
सोकर ना सो पाता बेटा,
मम्मी जागी पापा भागे,
चिंताएँ दे जाता बेटा।