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झूला / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ

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हम सब झूला झूलेंगे,
हम बच्चे झुला झूलेंगे।
हरे नीम की डाली पर
लंबी रस्सी डाल कर।
अब हम झूला झूलेंगे,
एक-एक कर झूलेंगे।
अम्मा हमें झुलाना तब,
झोंटा देकर गाना तब।
हम सब झूला झूलेंगे,
हम सब झूला झूलेंगे।
सावन आया झूलेंगे
भींग भींग कर झूलेंगे