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निंदिया रानी आ जा / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ
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निंदिया रानी आजा आ
लालन को सुला जा आ
मुन्ना मेरा प्यारा है
इस घर का उजियारा है
निंदिया आ जा जल्दी आ
खीर खिलाऊँ तुझको आ
आ जा निंदिया प्यारी तू
सबकी प्यारी निंदिया तू
लालन तुझे बुलाता है
पलके मुंद बुलाता है
निंदिया रानी आजा आ
मुन्ने को सुलाजा आ
रोते रोते सोया है यह
मुट्ठी में है मेरा आँचल
कोई भी आवाज नहीं हो
बजना मत ओ मेरी पायल
निंदिया रानी आ जा आ
आकार इसे सुला जा आ