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ताड़का वध / राघव शुक्ल

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किया प्रयोग आज रघुवर ने बस तरकश के एक बाण का
मार गिराई वहीं ताड़का

यज्ञ अग्नि की रक्षा के हित
शांतिपूर्वक भजन यजन को
गुरुवर विश्वामित्र साथ में
ले आए हैं राम लखन को
समय दानवों के वध का है,साधुजनों के परित्राण का

आए हैं मारीच सुबाहू
यज्ञ ध्वंस की ही आशा में
प्रतिउत्तर देकर बतलाया
खल को शर की ही भाषा में
परिचय प्रस्तुत किया राम ने शूर वीरता के प्रमाण का