भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
नेता और युद्ध / बैर्तोल्त ब्रेष्त / विजेन्द्र
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:06, 2 जून 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= बैर्तोल्त ब्रेष्त |अनुवादक=विजे...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
नेता जब
शान्ति की बात करते है
जनता जानती है
कि युद्ध बिलकुल क़रीब है
नेता जब युद्ध को
बुरा कहता है
युद्ध-स्थल पर जाने का
आदेश हो चुका होता है
अँग्रेज़ी से अनुवाद : विजेन्द्र