भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मुझे हैरानी है / नोमान शौक़

Kavita Kosh से
Nomaan Shauque (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 00:24, 14 सितम्बर 2008 का अवतरण (नया पृष्ठ: अगर<br /> स्वस्थ रहने का मतलब<br /> वातावरण का सारा ऑक्सीजन<br /> अपने फेफड...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अगर
स्वस्थ रहने का मतलब
वातावरण का सारा ऑक्सीजन
अपने फेफडे में भर कर अमर हो जाना है
तो मुझे नही चाहिए
यह ज़िन्दगी

अगर
अपने खेत सींचने का मतलब
औरों को मजबूर करना है
किसी बंजर मरुभूमि में रेत फांकने के लिए
तो मैं तरजीह दूंगा
भूखा मर जाने को

अगर
शांतिप्रिय होने का मतलब
दूसरों को आतंकित करके
चैन की नींद सोना है
तो मुझे घृणा है
ऐसी शांति से

अगर राष्ट्रप्रेम
एक सीमा में उगे पेड़ की
दूसरी तरफ़ पड़ने वाली छांव से
नफ़रत करने का नाम है
तो मुझे हैरानी है।

मुझे हैरानी है
कि ब्रह्मांड में चक्कर काटते हुए
असंख्य तारों और ग्रहों से टकराकर
नष्ट क्यों नहीं हो गई यह पृथ्वी
अब तक ।