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नाम तेरा ज़बान पर आया / कैलाश झा 'किंकर'

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नाम तेरा ज़बान पर आया
चाँद जब आसमान पर आया।

एक दीवार उठ गयी यारो
तीर जब भी कमान पर आया।

झूमकर नाचने लगे सपने
डाकिया जब दलान पर आया।

क़ैदख़ाने में एक दीवाना
आज तेरे बयान पर आया।

गैर को ही पता चला पहले
जब भी यौवन उठान पर आया।