ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार / कमलेश द्विवेदी
ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार-ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार।
कितना सुन्दर लगता है यह-अनगिन तारों का संसार।
चंदा मामा के सँग रहते,
आसमान में तारे हैं।
मामा जी के बच्चे हैं ये,
सबको कितने प्यारे हैं।
उजले-उजले चंदा मामा, उजला है उनका परिवार।
ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार-ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार।
कितने ऊँचे हैं ये तारे,
कितनी तेज चमकते हैं।
अपनी चमक-दमक से ही ये,
जग को जगमग करते है।
इनके पास रोशनी का है पता नहीं कितना भंडार।
ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार-ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार।
मेहनत से पढ़-लिख कर हम भी,
जब ऊँचे बन जायेंगे।
तारों जैसा चमकेंगे हम,
दुनिया को चमकायेंगे।
पापा-मम्मी दादा-दादी सभी करेंगे हमको प्यार।
ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार-ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार।