भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अक्ल बड़ी या भैंस / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:12, 2 अगस्त 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रभुदयाल श्रीवास्तव |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
मेंडम ने मुन्ना से पूछा,
ज़रा दिमाग़ लगाओ।
अक्ल बड़ी या भैंस बड़ी है,
मुझे अभी समझाओ।
मुन्ना बोला अभी बताता,
बिल्कुल ना घबराओ।
पहले उन दोनों की मुझको,
जन्म दिनांक बताओ।