भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
देव तुम्हारा नमन करें / सुरेश कुमार मिश्रा 'उरतृप्त'
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:31, 3 अगस्त 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेश कुमार मिश्रा 'उरतृप्त' |अनु...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
नमन करें हम, नमन करें
देव तुम्हारा नमन करें।
हम बच्चे हैं भोले भाले
रोज़ सवेरे उठने वाले।
हाथ जोड़कर गाने वाले
ध्यान ईश का करने वाले॥
नमन करें हम, नमन करें
देव तुम्हारा नमन करें।
हम बच्चे हैं गुण वाले
सत्य मार्ग पर चलने वाले।
झूठ पाप से डरने वाले
बड़ों का आदर करने वाले॥
नमन करें हम, नमन करें
देव तुम्हारा नमन करें।
हम बच्चे हैं दिलवाले
सदा शांति फैलाने वाले।
प्रेम सुमन बरसाने वाले
आगे क़दम बढ़ाने वाले॥
नमन करें हम, नमन करें
देव तुम्हारा नमन करें।