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छू मंतर हो गया बुखार / प्रभुदयाल श्रीवास्तव

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हुआ ग़ज़ब का था बीमार,
चन्दन वन का चुन्ना सियार।
अब क्या करता वह बेचारा।
था तो बीमारी का मारा।

हिरन वैद्य को फ़ोन लगाया।
पल भर में वह दौड़ा आया।
शीत पित्त से था बेजार। ,
चन्दन वन का चुन्ना सियार।

पूछा उसने क्या था खाया।
खाया हज़म नहीं कर पाया।
मटके जैसा फूला पेट।
जैसे हुआ मुटल्ला सेठ।

किसी दवा से पड़ा न पार।
चन्दन वन का चुन्ना सियार।
तभी एक कुत्ता घुस आया।
उसे देख चुन्ना घबराया।

दौड़ा कुत्ता उसके पीछे।
चुनना भागा आँखें मीचे।
छू मंतर हो गया बुखार।
चन्दन वन का चुन्ना सियार।